उत्तराखंड ऐतिहासिक,धार्मिक व पर्यटन स्थल

     उत्तराखंड ऐतिहासिक,धार्मिक व पर्यटन स्थल

  1. राज्य द्वारा पर्यटन वर्ष के रूप मे मनाया गया --- 2001 मे 
  2. राज्य मे कुल कितने पर्यटन स्थल है --- 278
  3. राज्य मे कुल पर्यटन आवास गृह है ---  185
  4. राज्य मे कुल रेन बसेरा (2012-2013) --- 36
  5. राज्य मे कुल होटल व पेइंगगेस्ट हाउस 2012-2013 --- 3676
  6. राज्य मे कुल धर्मशाला (2012-2013) --- 864
  7. राज्य गठन के बाद पर्यटन को दिया गया --- उधोग का दर्जा 
  8. पर्यटन मे जनसहभागिता बढाने के उदेसिय से 1 जून 2002 से चलाई जा रही है --- वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना
  9. सर्वाधिक पर्यटकों को आकर्षित करने वाला राष्ट्रीय उधान (2011-2012) --- कॉर्बेट है फिर राजाजी व फूलो के घाटी
  10.  बद्रिकाश्रम के निकट स्थित नर-नारायण पर्वत प्रतीक है --- अर्जुन व विष्णु के 
  11. अल्कापुरी कहा जाता है --- बद्रिकाश्रम के पास सरस्वती उद्गम क्षेत्र को
  12. जोशीमठ से औली की सड़क मार्ग व रोपवे से दुरी है --- 12 व 4 किलोमीटर की
  13. आदिगुरू संक्राचारी ने पूर्णागिरी पीठ के स्थापना की --- जोशीमठ मे 
  14. हेमकुंड साहिब कितने पहाडियों से घिरा है ---
  15. नरकंकाल के लिए पर्सिंद कुंड है --- रूपकुंड 
  16. बद्री विशाल के माता के मूर्ति व घंटाकर्ण मंदिर है --- माना गाव मे 
  17. पांच बद्री --- बद्रीनाथ (विशालबद्री),व्र्ध्बदरी,योगध्यान बद्री,आदिबदरी,भाविस्यबद्री,(सभी चमोली जिले मे स्थित है)
  18. पांच केदार --- केदारनाथ,मद्मेश्वर नाथ,तथा तुंगनाथ,(रुद्र्पर्याग जिले मे),रुद्रनाथ एव कल्पेस्वर या कल्पनाथ (चमोली जिले मे)
  19. ब्रह्मकमल में लिए परसिद केदार --- रुद्रनाथ 
  20. पंच प्रयाग --- विष्णु प्रयाग, कर्णप्रयाग तथा नन्दप्रयाग (चमोली जिले मे),देवप्रयाग (टिहरी जिले मे),रूद्रप्रयाग रूद्रप्रयाग जिले मे 
  21. पंचधारा --- प्रलादधारा,कुर्मधरा,उर्वशीधारा,भर्गुधारा और इंद्र धारा (सभी बद्री नाथ मे है)
  22. पंचशिला --- नारदशिला,वर्हाशिला,गरुड़शिला,मार्कंडशिला, और नरसिंह शिला
  23. पंच कुंड --- तप्तकुंड,नारदकुंड,सत्यपथ कुंड,त्रिकोण कुंड एव मानसी कुंड (सभी बद्रीनाथ मे है)
  24.  स्कन्द गुफा,मुचुकंद गुफा,गरुड़ गुफा, व राम गुफा --- बद्रीनाथ के पास चमोली मे
  25. व्यास गुफा व गणेश गुफा है --- (माना के पास चमोली मे)
  26. भीम गुफा, ब्रह्मा गुफा, कोटेश्वर गुफा है --- रूद्रप्रयाग मे
  27. मतंग व श्रृंगी गुफा है --- उत्तरकाशी मे
  28. वशिस्ट व शंकर गुफा है --- टिहरी मे 
  29. प्रमुख पवित्र मठ --- जोशीमठ,उखीमठ,अणिमठ, थोलिंगमठ,केसोंरायमठ,गैरोलामठ,शंकरमठ (श्रीनगर)
  30. नैना झील घिरी है --- 7 पहाडियों से 
  31. नैनीताल जिले की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है --- नैना पीक
  32. पर्वतिय फल बाज़ार के रूप मे प्रसिद है --- भुवाली (नैनीताल)
  33. कॉर्बेट का प्रवेशद्वार कहा जाता है --- ढिकाला (नैनीताल) 
  34. ब्रैइड एंड कार्नर नामक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है---अल्मोड़ा मे
  35. विविध फलो के लिए प्रसिद है---जलाना(अल्मोड़ा मे)
  36. जट्टागंगा के कनारे 124 मंदिर समूह वाला स्थान है --- जागेश्वर(अल्मोड़ा)
  37. फलोउधान  के देश के नाम से जाना जाता है --- चौबटिया (अल्मोड़ा)
  38. पित्तोरागढ़ बसा है --- सोर घाटी मे 
  39. प्रसिद्ध लंदन फोर्ट किला स्तिथ है --- मुनिस्यारी
  40. पित्तोरागढ़ के ओम पर्वत को कहा जाता है --- आदि या छोटा कैलाश
  41. प्रसिद्ध महाकाली मंदिर है --- गंगोली हाट मे
  42. मुनिस्यारी व धारचूला मे हरिद्वार के समान माना जाता है --- छिपला केदार
  43. बिलव व नील पर्वतों के बीच बसा है --- हरिद्वार
  44. हरिद्वार स्तिथ हर की पौड़ी के निर्माता है --- राजा विक्रमादित्य
  45. हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी है --- माया देवी
  46. हजरत अलाउद्दीन अहमद साबिर की दरगाह है --- पिराने कलियर (रूडकी)
  47. दून घाटी का प्राचीन नाम है --- द्रोण घाटी
  48. मूर्तियों का भण्डार कहलाता है --- लाखामंडल (देहरादून)
  49. प्रसिद्ध रोबस गुफाए है --- गुछुपानी (देहरादून)
  50. मासूरी की सबसे ऊंची चोटी है --- गनहिल पहाड़ी
  51. राम व लक्ष्मण झूला पूल जोड़ते है --- देहरादून व पौड़ी जिले को
  52. जौनसारी लोगो का सबसे बड़ा तीर्थ है --- हनोल (देहरादून)
  53. गंगोत्री व यमुनोत्री का कपाट खुलता है --- अक्षयतृतीया (बैशाख शुक्ल तृतीया)
  54. राज्य मे सर्वाधिक उचाई पर स्थित मंदिर --- तुगनाथ(रुद्र्पर्याग)
  55. कालिदास की जन्मस्थली मन जाता है --- कविलटा (रुद्र्पर्याग कालीमठ के पास)
  56. देव्पर्याग का प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर है --- द्रविण शेली मे 
  57. श्रीनगर बसा है --- कंडोलिया पहाड़ी ढाल मे
  58. 1894 मे गोना झील टूटने से अधिक हांनी हुई --- श्रीनगर को
  59. प्रसिद्ध कमलेश्वर मंदिर है --- पौड़ी मे 
  60. शुम्भ-निशुम्भ पर्वतो के पास है --- नीलकंठ महादेव मंदिर (पौड़ी मे)
  61. प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खिरासु है --- पौड़ी मे 
  62. भुलेश्वर वे निलेस्वर पर्वतों के बीच बसा है --- बागेव्स्वर
  63. प्रसिद्ध अनायोगशक्ति वे लक्ष्मी आश्रम स्थित है --- कोशानी(बागेव्स्वर मे)
  64. मंदिरों का समूह बैजनाथ स्थित है --- बागेव्स्वर मे 
  65. प्रसिद्ध बालेश्वर वे कान्तेस्वर मंदिर तथा एक हथिया नोला है --- चम्पावत मे 
  66. विवेकानंद से संबंधित प्रसिद्ध मायावती आश्रम है --- चम्पावत मे 
  67. न्याय के गोरिल या गवाल देवता तथा पशुरक्षक चोमुख देवता मंदिर है --- चम्पावत मे 
  68. पूर्णागिरी शक्तिपीठ वे पाताल रुद्रेस्वर महादेव मंदिर है --- चम्पावत मे 
  69. द्रोणसागर गिरी सरोवर वे चेती देवी मंदिर है --- काशीपुर (उधम सिंह नगर)
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