आकाशीय पिंड

आकाशीय पिंड

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आकाशीय पिंड 

आकाशगंगा या मंदाकिनी-यह तारों।का एक विशाल पंज है. अंतरिक्ष में 10,000 मिलियन (10:0) आकाशगगाये है प्रत्येक आकाश गंगा में 1,00,000 मिलियन (10॥) तारें हैं. तारों के अतिरिक्त आकाशगंगा में धूल और गैसें भी पाई जाती हैं. पृथ्वी एरावत पथ नामक आकाशगंगा का एक भाग है। बृहत्त मैगेलेनिक मेघ, लघु मैगेलेनिक मेघ,उसी माइनर सिस्टम. स्कल्पटर सिस्टमऔर ड्रेको सिस्टम. अन्य आकाशगगाव

निहारिका-यह अत्यधिक प्रकाशमान ।आकाशीय पिंड है, जो गैस और धूल के कणों से मिलकर बना होता है. हैं

तारामंडल-यह तारों का एक समूह । इनकी विशिष्ट आकतियों के आधार इनका नामकरण किया गया है. इस समय ৪9 तारामंडलों की पहचान की गई है. इनमें हाइड्रा सबसे बड़ा है.

क्वैसर-ये वे आकाशीय पिंड हैं जो आकार में आकाश गंगा से छोटे हैं, परन्तु ऊर्जा का उत्सर्जन अधिक मात्रा में करते है.

तारे-इनका निर्माण आकाश गगा में ई गैस के बादलों से होता है. तारों से निरन्तर व्ये ऊर्जा का उत्सर्जन होता है. सूर्य भी एक ল तारा है. अंतरिक्ष में ध्रुव तारे युग्मों में पाय ज जाते हैं, जिन्हें युग्म तारा कहते हैं.
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